शुभकामनाएं, मजदूर दिवस की! कहते हैं ना कि एक दिन सबका आता है... देखों आज तुम्हारा आया हैं! जाओ आज़ादी की सांस लो, पकोड़े; जलेबी बनाओ... खाओ, खिलाओ।

फेसबुक, ट्विटर पर स्टेटस अपडेट करो, यूट्यूब पर बताओ, गाओ ओर सुनाओ; की आज मेरा दिन हैं!

कुदाली, फावड़े को आराम दो... हंसिये को हंसने का कुछ मौका दो, क्यों बेचारे को को घिस रहे हो! 

जाओ अपने घर मजदूरों, बीवी-बच्चों के संग वक़्त बिताओ मतलब आज के "क्वालिटी टाइम को अच्छे से स्पेंड करो यार!" कल से फिर वही रोना; रोना।

घर पर पेट भरने का खाना तो बधाईयाँ बांटने वाले भी पहुंचा देंगे... बस एक दिन की ही तो बात है, तुम तो रोज पहुंचाते हो ना! ओर उन्हें सोशल मीडिया पर आपकी फ़िक्र भी काफी है, जो वो आपकी अर्धनग्न, पसीने से लथपथ व कुपोषण से शिकार जैसी फोटोज डाल कर आपकी काफ़ी मदद कर रहे है सुबह से... लाखों-करोड़ों लाइक्स, रिट्वीट ओर शेयर आपको पसीने वाला मजदूर रहने ही नहीं देंगे... आप सीधे अमीर!

मुझे तो अब मौका मिला हैं! बितयाने का... ओर आपको मजदूर दिवस की याद दिलाने का! खैर आपको, मुझको ओर सबको अपने इस दिन की बहुत बहुत बधाई💐

©संजय ग्वाला